पत्नि जब मायके
जाती है, और
फिर पति की
याद आती है,
तो कैसे रोमंटिक
sms भेजती है देखिये।
"मेरी मोहब्बत को अपनेँ दिल मेँ ढूँढ लेना;
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना!
मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीँ;
प्याज काटते वक्त बिल्कुल रोना नहीँ!
मुझसे रुठ जानेँ का बहाना अच्छा है;
थोङी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है!
मिलकर फिर खुशियोँ को बाँटना है;
टमाटर जरा बारीक ही काटना है!
लोग हमारी मोहब्बत सेँ जल ना जायेँ;
चावल टाईम पे देख लेना कहीँ गल ना जायेँ!
कैसी लगी हमारी गजल बता देना;
नमक कम लगे तो और मिला लेना!
"मेरी मोहब्बत को अपनेँ दिल मेँ ढूँढ लेना;
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना!
मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीँ;
प्याज काटते वक्त बिल्कुल रोना नहीँ!
मुझसे रुठ जानेँ का बहाना अच्छा है;
थोङी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है!
मिलकर फिर खुशियोँ को बाँटना है;
टमाटर जरा बारीक ही काटना है!
लोग हमारी मोहब्बत सेँ जल ना जायेँ;
चावल टाईम पे देख लेना कहीँ गल ना जायेँ!
कैसी लगी हमारी गजल बता देना;
नमक कम लगे तो और मिला लेना!
संता: बीवी क्या
होती है?
बंता: देख भाई, बीवी भगवान का प्रसाद होती है जिसमें तुम चाहते हुए भी नुख्स नहीं निकाल सकते और जिसे श्रद्धा और मजबूरी के साथ चुपचाप खाना ही पड़ता है
बंता: देख भाई, बीवी भगवान का प्रसाद होती है जिसमें तुम चाहते हुए भी नुख्स नहीं निकाल सकते और जिसे श्रद्धा और मजबूरी के साथ चुपचाप खाना ही पड़ता है
पति से दूर
जाने के एक
महीने बाद पत्नी
ने अपने पति
को यह एमएमएस (SMS) किया:
याद आती है
तेरी जागते-सोते,
दिन कटते हैं तेरी खातिर रोते-रोते,
काश! तुम मेरे साथ यहां होते,
कम से कम मेरे कुछ कपडे तो धोते
दिन कटते हैं तेरी खातिर रोते-रोते,
काश! तुम मेरे साथ यहां होते,
कम से कम मेरे कुछ कपडे तो धोते
पत्नी (पति से):
जानू, काश आप
मैसेज होते. मैं
आपको सेव करती
और जब चाहे
पढ़ती!
पति (पत्नी से): तुम
कंजूस की कंजूस
ही रहोगी. यह
नहीं कि मुझे
अपनी सभी सहेलियों
को फॉरवर्ड करतीं..!
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